आनंदित करना meaning in Hindi
[ aanendit kernaa ] sound:
आनंदित करना sentence in Hindiआनंदित करना meaning in English
Meaning
क्रिया- किसी को अपने क्रिया-कलापों, व्यवहार आदि के द्वारा आनंदित करना:"राम ने अपने आचरण से सबको प्रसन्न किया"
synonyms:प्रसन्न करना, खुश करना, ख़ुश करना, हर्षित करना, हरषाना, हर्षाना, हुलसाना, आनंदना, आनन्दना
Examples
More: Next- वह दर्शकों को हास्य में डुबो कर उन्हें आनंदित करना चाहते हैं .
- इस तपती हुई धरती को अपनी शीतल छाया से लोगों को आनंदित करना है . .. ।
- का परिणाम है जो 18 महिलाओं और 18 पुरुष को असामान्य रुप में संभोग करते देखना व खुद को आनंदित करना है…।
- हालांकि , क्योंकि विशेष दिन मुख्य रूप से आनंदित करना है कुछ दिन है, अपनी वरीयताओं को हमेशा डीजे की उन ओवरराइड चाहिए.
- लेकिन जिस आत्मा को आनंदित करना है , उस आत्मा के लिए हम कुछ भी नहीं करते , शरीर के लिए सब कुछ करते हैं।-ओशो
- सन् 2005 में खबर का कार्य सूचना देना या जागरूक बनाना नहीं था , बल्कि आनंदित करना और अपने विरोधी पर वर्चस्व स्थापित करना या राजनीतिक बढत हासिल करना था।
- कई समीक्षकों ने तो यहाँ तक कहा की यह फिल्म नहीं Posolini के Sexual Frustration का परिणाम है जो 18 महिलाओं और 18 पुरुष को असामान्य रुप में संभोग करते देखना व खुद को आनंदित करना है … ।
- यह याद दिलाते हुए उन्होंने अपनी बात शुरू की कि साहित्य से सामाजिक परिवर्तन की अपेक्षा करने का चलन बस डेढ़-दो सौ साल से है , वरना उसका प्रयोजन आनंदित करना ही मुख्यतः रहा है और इसीलिए पहले साहित्य से यह उम्मीद नहीं की जाती थी कि वह अपने समय और समाज का यथातथ्य चित्रण करे .
- प्रo ( हर्षित) : धन्यवाद! आपके सहयोग से मैं अपने नाम की परिभाषा दे सकता हूँ| मेरे नाम का अर्थ है एक ऐसा सेवक जो सदैव आनंदित करे| मेरे प्रत्येक कार्य में यही भाव समाहित हैं| अपने नाम, पिताश्री और भक्तों का परम सेवक, मैं उनकी प्रत्येक इच्छा पूर्ण कर उन्हें आनंदित करना चाहता हूँ, चाहे किसी चिराग की भांति मुझे खुद क्यों न जलना पड़े| मुझे आप लोगों से सिर्फ यही कहना था| अब आप चाहें तो मुझे सूली पर चढ़ा दें, आपके इस तुच्छ दास को जनाधिकार सम्मत है|
- उo : गुलाम, सेवक! प्रo (हर्षित) : धन्यवाद! आपके सहयोग से मैं अपने नाम की परिभाषा दे सकता हूँ| मेरे नाम का अर्थ है एक ऐसा सेवक जो सदैव आनंदित करे| मेरे प्रत्येक कार्य में यही भाव समाहित हैं| अपने नाम, पिताश्री और भक्तों का परम सेवक, मैं उनकी प्रत्येक इच्छा पूर्ण कर उन्हें आनंदित करना चाहता हूँ, चाहे किसी चिराग की भांति मुझे खुद क्यों न जलना पड़े| मुझे आप लोगों से सिर्फ यही कहना था| अब आप चाहें तो मुझे सूली पर चढ़ा दें, आपके इस तुच्छ दास को जनाधिकार सम्मत है| तीसरा दृश्य